हाल ही में नए मुख्य कोच खालिद जमील ने CAFA Nations Cup के लिए 35 खिलाड़ियों की सूची जारी की, जिसमें भारतीय फुटबॉल के दिग्गज Sunil Chhetri का नाम शामिल नहीं है। यह टूर्नामेंट ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान में होने वाला है। छेत्री का इस सूची से बाहर होना प्रशंसकों के लिए एक बड़ा झटका है, खासकर तब जब उन्होंने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय संन्यास से वापसी की थी।
Sunil Chhetri की वापसी की कहानी
जून 2024 में कुवैत के खिलाफ मैच के बाद Sunil Chhetri ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास ले लिया था। उस वक्त लगा कि भारतीय टीम को अपने सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी को हमेशा के लिए खोना पड़ा। लेकिन कुछ ही महीनों बाद, एशियन कप क्वालीफायर्स से पहले कोच मनोलो मार्क्वेज ने उनसे वापसी की गुज़ारिश की। टीम की ज़रूरत को देखते हुए छेत्री फिर मैदान पर उतरे और मालदीव, बांग्लादेश व हांगकांग के खिलाफ भारत की ओर से खेले।
हालांकि, छेत्री की मौजूदगी के बावजूद भारत को अच्छे नतीजे नहीं मिले। बांग्लादेश के खिलाफ भारत ड्रॉ पर रुका और हांगकांग से हार गया। इसके बाद टीम की क्वालीफिकेशन की राह मुश्किल हो गई।

क्या फॉर्म वजह है?
2025 में अब तक Sunil Chhetri ने भारत के लिए चार मैच खेले हैं। उनकी फिटनेस और अनुभव को देखते हुए यह मानना कठिन है कि उन्हें फॉर्म की वजह से टीम से बाहर किया गया। दिलचस्प बात यह है कि छेत्री का क्लब बेंगलुरु एफसी अभी तक प्री-सीजन की ट्रेनिंग शुरू नहीं कर पाया है। आर्थिक समस्याओं के चलते क्लब ने इस साल खिलाड़ियों और स्टाफ की सैलरी भी रोक दी थी। इसके बावजूद बेंगलुरु एफसी के अन्य खिलाड़ी जैसे गुरप्रीत सिंह संधू, राहुल भेके, रोशन सिंह और सुरेश सिंह इस सूची में शामिल हैं।
AIFF का बयान और खालिद जमील का दृष्टिकोण
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) ने छेत्री को बाहर करने के पीछे कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया। यह खालिद जमील का पहला बड़ा फैसला है, और ऐसा लगता है कि वे भविष्य को ध्यान में रखकर एक युवा और नई टीम तैयार करना चाहते हैं। जमील का लक्ष्य स्पष्ट है—टीम में ताजगी लाना और युवा खिलाड़ियों को मौके देना। लेकिन अनुभव और युवा जोश के बीच संतुलन बनाना कितना कारगर होगा, यह टूर्नामेंट के प्रदर्शन से पता चलेगा।

टीम कैंप और तैयारियां
भारत का कैंप बेंगलुरु में चल रहा है। 22 खिलाड़ी पहले ही कैंप में पहुंच चुके हैं जबकि बाकी 13 खिलाड़ी क्लब प्रतिबद्धताओं के बाद जुड़ेंगे। एआईएफएफ ने सभी क्लबों से अपील की है कि वे राष्ट्रीय टीम के लिए खिलाड़ियों को छोड़ें, क्योंकि यह टूर्नामेंट 2027 एएफसी एशियन कप क्वालीफायर्स की तैयारी के लिहाज़ से भी अहम है।
भारत ग्रुप बी में खेल रहा है और उसके मैचों का शेड्यूल इस प्रकार है:
- 29 अगस्त: भारत बनाम ताजिकिस्तान
- 1 सितंबर: भारत बनाम ईरान
- 4 सितंबर: भारत बनाम अफगानिस्तान
संभावित खिलाड़ियों की सूची
गोलकीपर: अमरिंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह संधू, ऋतिक तिवारी।
डिफेंडर: आकाश मिश्रा, एलेक्स साजी, बोरिस सिंह, चिंगलेनसाना सिंह, ह्मिंगथनमाविया राल्टे, राहुल भेके, रोशन सिंह, संदीश झिंगन, सुनील बेंचामिन।
मिडफील्डर: आशिक कुरुनियन, डेनिश फारूक, निखिल प्रभु, राहुल कन्नोली, सुरेश सिंह, उदांता सिंह।
फॉरवर्ड: इरफान यादव, ललियानजुआला छांगटे, रहीम अली, विक्रम प्रताप सिंह।
Sunil Chhetri की गैरमौजूदगी का असर
टीम से Sunil Chhetri का बाहर होना केवल एक खिलाड़ी का छूटना नहीं है, बल्कि यह भारतीय फुटबॉल के नए दौर की शुरुआत भी माना जा रहा है। छेत्री न सिर्फ गोल करने वाले स्ट्राइकर हैं, बल्कि टीम के लिए एक प्रेरणा स्रोत भी रहे हैं। उनकी कप्तानी और अनुभव ने कई मौकों पर भारत को कठिन परिस्थितियों से बाहर निकाला।
अब सवाल यह है कि क्या युवा खिलाड़ी छेत्री जैसी भूमिका निभा पाएंगे? क्या भारत इस टूर्नामेंट में मजबूत प्रदर्शन कर पाएगा?
Sunil Chhetri को टीम से बाहर रखना एक साहसिक और जोखिम भरा फैसला है। खालिद जमील ने संकेत दिया है कि वे दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ एक नई टीम बनाना चाहते हैं। लेकिन छेत्री जैसे अनुभवी खिलाड़ी की अनुपस्थिति का असर टीम के मनोबल और प्रदर्शन पर कितना पड़ेगा, यह आने वाले मैचों में साफ होगा। भारतीय फुटबॉल के प्रशंसकों को अब इंतजार है उस नई पीढ़ी का, जो इस चुनौती को स्वीकार कर मैदान पर इतिहास रचे।
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