Paytm Payment Service: 13 अगस्त, 2025 को Paytm की पेरेंट कंपनी One97 Communications के शेयरों में करीब 6% की तेजी देखने को मिली, जब भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने इसकी सब्सिडियरी Paytm Payments Services Ltd. (PPSL) को ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर के रूप में काम करने के लिए इन-प्रिंसिपल (सैद्धांतिक) मंजूरी दे दी। इस खबर के बाद कंपनी के शेयर एक समय पर ₹1,186 तक पहुंच गए।
व्यापारी ऑनबोर्डिंग फिर से शुरू करने की अनुमति
Paytm Payment Service, जो One97 Communications की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई है, अब नए व्यापारियों को ऑनबोर्ड कर सकती है। नवंबर 2022 से यह प्रक्रिया RBI के रोक आदेश के चलते बंद थी। हालांकि, RBI ने मंजूरी के साथ यह शर्त भी रखी है कि कंपनी को एक व्यापक सिस्टम ऑडिट, जिसमें साइबर सिक्योरिटी ऑडिट भी शामिल होगा, कराना होगा।
यह ऑडिट CERT-In सूचीबद्ध ऑडिटर, CISA प्रमाणित प्रोफेशनल या ICAI के DISA क्वालिफिकेशन धारक द्वारा किया जाना चाहिए। रिपोर्ट 6 महीनों के भीतर RBI को जमा करनी होगी। अगर यह समयसीमा पूरी नहीं हुई, तो मंजूरी अपने आप रद्द हो जाएगी और अंतिम लाइसेंस पर विचार नहीं किया जाएगा।

Paytm Payment Service के लिए यह समय क्यों अहम है?
RBI का यह फैसला ऐसे समय आया है जब Paytm Payment Service ने जून तिमाही में अपना पहला मुनाफा दर्ज किया है। One97 Communications ने 30 जून 2025 को समाप्त तिमाही में ₹123 करोड़ का समेकित शुद्ध लाभ कमाया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में कंपनी को ₹839 करोड़ का घाटा हुआ था।
यह सुधार मुख्य रूप से लेंडिंग सेगमेंट की मजबूत वृद्धि और लागत में कटौती से आया। मार्केटिंग और कर्मचारियों पर खर्च को नियंत्रित किया गया, जिससे Ebitda ₹72 करोड़ तक पहुंच गया। यह पिछले दो तिमाहियों में हुए घाटे से एक बड़ा बदलाव है। कंपनी की परिचालन आय साल-दर-साल 28% बढ़कर ₹1,918 करोड़ रही, जबकि कुल आय ₹2,159 करोड़ तक पहुंची।

शेयर प्रदर्शन
सुबह 9:30 बजे NSE पर पेटीएम का शेयर ₹1,181 पर था, जो पिछले बंद भाव से 5.45% अधिक रहा। बीते एक महीने में इसमें 17% से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई है।
RBI के नियम और Paytm Payment Service पर असर
Paytm ने एक्सचेंज को दी जानकारी में बताया कि मंजूरी केवल ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर गतिविधियों के लिए है, जैसा कि RBI के 17 मार्च 2020 के दिशा-निर्देश और 31 मार्च 2021 के स्पष्टीकरण में परिभाषित किया गया है। इसमें कुछ गतिविधियां, जैसे व्यापारी ‘पेय-आउट’ ट्रांजेक्शन, शामिल नहीं हैं।
RBI ने PPSL को 30 जुलाई 2024 के Master Direction on Cyber Resilience and Digital Payment Security Controls के अनुपालन की भी सलाह दी है। साथ ही, 4 जुलाई 2022 के दिशा-निर्देशों के अनुसार, अगर कंपनी के शेयरहोल्डिंग में बदलाव, नियंत्रण का अधिग्रहण या पेमेंट सिस्टम गतिविधियों का ट्रांसफर होता है, तो पहले से अनुमोदन लेना जरूरी होगा।
आगे की राह
विशेषज्ञों का मानना है कि यह मंजूरी Paytm Payment Service के लिए सकारात्मक संकेत है, क्योंकि इससे न केवल व्यापारी आधार बढ़ेगा बल्कि कंपनी के डिजिटल पेमेंट बिजनेस में भी गति आएगी। हालांकि, अंतिम लाइसेंस के लिए सिस्टम ऑडिट को समय पर पूरा करना कंपनी के लिए अहम होगा।
Paytm Payment Service के लिए यह कदम न केवल नियामक बाधाओं को कम करता है, बल्कि निवेशकों का विश्वास भी मजबूत बनाता है। यह ऐसे समय आया है जब कंपनी अपने कारोबार को लाभप्रदता की दिशा में ले जाने और बाजार में अपनी स्थिति को स्थिर करने की कोशिश कर रही है। साथ ही, नए व्यापारी ऑनबोर्डिंग की अनुमति मिलने से राजस्व वृद्धि की संभावनाएं बढ़ेंगी, जिससे आने वाले तिमाहियों में वित्तीय प्रदर्शन पर सकारात्मक असर पड़ सकता है। यह विकास कंपनी की दीर्घकालिक रणनीति को भी समर्थन देता है।
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