आजकल mouth taping का चलन तेजी से बढ़ रहा है। इसमें लोग नाक से सांस लेने की आदत डालने के लिए अपने मुंह पर टेप लगाते हैं, कुछ तो इसे दिनभर अपनाने लगे हैं।
रात में खर्राटों की आवाज़ न सिर्फ़ आपकी नींद में खलल डालती है, बल्कि आस-पास सो रहे लोगों की नींद की भी दुश्मन बन जाती है। कई लोग mouth taping का सहारा लेते हैं यानी वे मुँह पर टेप लगाकर सोते हैं ताकि नाक से साँस ले सकें। लेकिन क्या यह तरीका सबके लिए सुरक्षित है?
डॉ. क्रिस्टल वाइली जैसे विशेषज्ञ मानते हैं कि mouth taping से कुछ लोगों को राहत मिल सकती है, लेकिन यह सभी के लिए सुरक्षित नहीं है। इसलिए ऐसे आसान और प्राकृतिक उपाय ज़रूरी हैं, जिन्हें बिना किसी जोखिम के अपनाया जा सके।
करवट लेकर सोने की आदत डालें
जब हम पीठ के बल सोते हैं, तो गले की मांसपेशियां ढीली पड़ जाती हैं और वायुमार्ग संकरा हो जाता है। इससे खर्राटे आते हैं। बाईं या दाईं करवट से सोने पर हवा का प्रवाह बेहतर होता है और आपको खर्राटों से छुटकारा मिल सकता है।

नाक को साफ रखें
नाक बंद होने की स्थिति में शरीर मुंह से सांस लेने लगता है, जिससे खर्राटे बढ़ते हैं। सोने से पहले नाक की सफाई करें – स्टीम लें या नमक मिले गुनगुने पानी से नेति करें। इससे सांस लेने में आसानी होगी और खर्राटों की समस्या कम होगी। इससे भी खर्राटों से छुटकारा पाने में मदद मिलती है।
सोने का समय नियमित रखें
थकान के कारण गले की मांसपेशियां और भी ज़्यादा तनावग्रस्त हो जाती हैं, जिससे सांस लेने में तकलीफ़ हो सकती है। सोने का एक निश्चित समय और 7-8 घंटे की नींद लेने से न सिर्फ़ पर्याप्त नींद आती है, बल्कि अनिद्रा से भी राहत मिलती है।
वजन नियंत्रित करें
ज्यादा वजन गले की वसा को बढ़ाता है, जिससे सांस लेने की नली दबती है। संतुलित आहार और हल्का व्यायाम आपके लिए फायदेमंद हो सकता है, खासकर अगर आप लंबे समय से खर्राटों से छुटकारा पाने की कोशिश कर रहे हैं।
शराब और धूम्रपान से दूरी बनाएं
शराब गले की मांसपेशियों को ढीला करती है और धूम्रपान से वायुमार्ग में सूजन आती है – दोनों ही खर्राटों को बढ़ाते हैं। इन आदतों को कम करके आप अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ खर्राटों से छुटकारा भी पा सकते हैं।
Mouth Taping छोड़ें और अपनाएं स्थायी समाधान
Mouth taping को आज़माने से पहले यह समझना ज़रूरी है कि यह उपाय हर किसी के लिए कारगर नहीं हो सकता। खर्राटों से छुटकारा पाना कई लोगों के लिए एक रोज़ की ज़रूरत बन चुका है, क्योंकि यह समस्या सिर्फ़ आपकी नहीं, आसपास सो रहे लोगों की नींद में भी खलल डालती है।
अगर आप mouth taping के साइड इफेक्ट्स से बचना चाहते हैं, तो ऊपर बताए गए प्राकृतिक उपाय आज़माएं। ये न केवल सुरक्षित हैं, बल्कि बिना किसी दवा या उपकरण के भी इसका असर हो सकता है। अगर समस्या फिर भी बनी रहे, तो किसी विशेषज्ञ से सलाह लें। माउथ टेपिंग एक अस्थायी समाधान हो सकता है, लेकिन स्थायी राहत के लिए सही बदलाव ही सबसे अच्छा उपाय है।