Government-owned वाली गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) Power Finance Corporation ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1) के नतीजे जारी किए हैं। इस तिमाही में कंपनी का संघटित शुद्ध मुनाफा 25% बढ़कर ₹8,981 करोड़ हो गया है, जो पिछले साल इसी अवधि में ₹7,182 करोड़ था।
इस बढ़त के पीछे मुख्य वजह कंपनी की नेट इंटरेस्ट इनकम में अच्छी बढ़ोत्तरी को माना जा रहा है। यानी कंपनी ने अपने कर्ज कारोबार से पहले की तुलना में ज्यादा कमाई की है।

कर्ज बुक में 13% की बढ़त
जून 2025 के आखरी तक Power Finance Corporation की लोन बुक बढ़कर ₹11.34 लाख करोड़ हो गई, जबकि पिछले साल यह ₹10.04 लाख करोड़ थी। इससे साफ है कि कंपनी की loan distribution में स्थिर बढ़त देखने को मिली है।
कुल आय और खर्च में बदलाव
इस तिमाही में कंपनी की कुल आय ₹28,628 करोड़ रही, जबकि पिछले साल यह ₹24,736 करोड़ थी। वहीं खर्च भी बढ़कर ₹17,430 करोड़ रहा, जो पिछले साल की इसी अवधि में ₹15,843 करोड़ था। इसके बावजूद, नेट प्रॉफिट में बढ़त बताती है कि PFC ने बेहतर ऑपरेशनल मैनेजमेंट किया है।
ग्रॉस एनपीए में बड़ी गिरावट
किसी भी फाइनेंस कंपनी के लिए उसका एनपीए यानी खराब कर्ज का स्तर बेहद मायने रखता है। इस बार Power Finance Corporation ने इसमें बड़ी सुधार दिखाया है,पहली तिमाही में कंपनी का gross NPA घटकर 1.47% रह गया, जो लास्ट साल इसी Duration में 2.97% था। ये सुधार इस बात का संकेत है कि कंपनी की Debt Recovery और जोखिम प्रबंधन पहले से बेहतर हुआ है, जो निवेशकों के लिए भरोसा बढ़ाने वाला कदम है।

स्टैंडअलोन नतीजे भी मजबूत
कंपनी ने स्टैंडअलोन आधार पर भी अच्छा प्रदर्शन किया है। Q1 में इसका स्टैंडअलोन शुद्ध लाभ ₹4,502 करोड़ रहा, जो साल-दर-साल 21% की बढ़त है। वित्त निदेशक संदीप कुमार ने बताया कि इस वृद्धि में नेट इंटरेस्ट इनकम में 26% की बढ़त की अहम भूमिका रही।
डिविडेंड की भी घोषणा
Power Finance Corporation ने इस तिमाही में ₹10 के फेस वैल्यू वाले शेयर पर ₹3.70 का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है। इसका रिकॉर्ड डेट 18 अगस्त 2025 तय किया गया है। यानी अगर कोई निवेशक इस तारीख तक PFC का शेयर अपने पास रखता है, तो वह इस डिविडेंड का हकदार होगा।
शेयर बाजार में स्थिति
Power Finance Corporation के शेयर नतीजों के बाद हल्के से चढ़े। NSE पर यह ₹414.50 पर ट्रेड कर रहे थे, और दिन के उच्चतम स्तर ₹419.80 तक भी पहुंचे। हालांकि बीते एक हफ्ते में इसमें 2.7% की गिरावट आई है, लेकिन अगस्त की शुरुआत से अब तक यह 1% से ज्यादा चढ़ चुका है।
कुल मिलाकर, Power Finance Corporation के तिमाही नतीजे ये इशारा करते हैं कि कंपनी की वित्तीय स्थिति स्थिर और मजबूत बनी हुई है। कर्ज की वसूली बेहतर हुई है, लोन बुक में बढ़त दिख रही है और NPA घटे हैं, जो आने वाले समय के लिए अच्छे संकेत हैं। ऊपर से कंपनी नियमित रूप से डिविडेंड भी दे रही है, जिससे निवेशकों का भरोसा बना रहता है। अगर कंपनी यही ट्रेंड बनाए रखती है, तो आने वाले क्वार्टर में इसका प्रदर्शन और मजबूत हो सकता है।